मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत प्रदेश सरकार के कैबिनेट और राज्य मंत्री अब सप्ताह में दो दिन विधानसभा स्थित अपने कार्यालयों में उपस्थित रहेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री ने बुधवार और बृहस्पतिवार के दिन तय कर दिए हैं। मुख्यमंत्री दोनों दिन सचिवालय की जगह विधानसभा में बैठकर ही सरकारी कामकाज निपटाएंगे।
त्रिवेंद्र सरकार ने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने के बाद अपनी कार्यशैली में बदलाव का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को मंत्रियों की विधानसभा परिसर स्थित कार्यालयों में उपस्थिति के आदेश जारी किए।
हालांकि मंत्री इससे पहले भी विभागों से संबंधित बैठकें और अन्य कामकाज विधानसभा स्थित अपने कार्यालयों से ही करते थे। लेकिन, मुख्यमंत्री स्वयं कभी विधानसभा स्थिति कार्यालय में नहीं बैठे। मुख्यमंत्री प्रतिदिन सचिवालय स्थित अपने कार्यालय और आवास पर ही सरकारी कामकाज निपटाते थे। अब मुख्यमंत्री ने खुद भी दोनों दिन विधानसभा में ही बैठने का निर्णय लिया है।
त्रिवेंद्र सरकार ने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने के बाद अपनी कार्यशैली में बदलाव का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को मंत्रियों की विधानसभा परिसर स्थित कार्यालयों में उपस्थिति के आदेश जारी किए।
हालांकि मंत्री इससे पहले भी विभागों से संबंधित बैठकें और अन्य कामकाज विधानसभा स्थित अपने कार्यालयों से ही करते थे। लेकिन, मुख्यमंत्री स्वयं कभी विधानसभा स्थिति कार्यालय में नहीं बैठे। मुख्यमंत्री प्रतिदिन सचिवालय स्थित अपने कार्यालय और आवास पर ही सरकारी कामकाज निपटाते थे। अब मुख्यमंत्री ने खुद भी दोनों दिन विधानसभा में ही बैठने का निर्णय लिया है।
जनता के लिए रहेगी सुविधा
नई व्यवस्था से जनता को सहूलियत मिलेगी। सप्ताह में दिन तय होने से अब उन्हें एक ही स्थान पर पूरा मंत्रिमंडल उपलब्ध हो जाएगा। इससे पहले प्रदेश के दूरदराज के हिस्सों से लोग देहरादून पहुंचते थे, लेकिन मंत्रियों की उपलब्धता तय नहीं होने से परेशानी झेलनी पड़ती थी। अब तय दिनों पर एक ही परिसर में मुख्यमंत्री और मंत्री उपलब्ध रहने से जनता को राहत मिलेगी।
मंत्रिमंडल की बैठक भी विधानसभा में
प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक के लिए बुधवार का दिन तय है। विशेष परिस्थितियों में ही सरकार अन्य अन्य किसी दिन बैठक करती है। विधानसभा परिसर में बैठने की नई व्यवस्था के बाद पूरी संभावना है कि बुधवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठकें भी अब वहीं आयोजित की जाएंगी।
मंत्रिमंडल की बैठक भी विधानसभा में
प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक के लिए बुधवार का दिन तय है। विशेष परिस्थितियों में ही सरकार अन्य अन्य किसी दिन बैठक करती है। विधानसभा परिसर में बैठने की नई व्यवस्था के बाद पूरी संभावना है कि बुधवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठकें भी अब वहीं आयोजित की जाएंगी।